6 Types of mutual fund SIP in hindi, SIP में निवेश करने से पहले अवश्य जाने

6 Types of mutual fund SIP in hindi, SIP में निवेश करने से पहले अवश्य जाने

यदि आप SIP mutual fund में पैसा निवेश करना चाहते हैं, तो आपको Types of mutual fund SIP in hindi जानना अतिआवश्यक है।

आप SIP mutual fund में निवेश करना चाहते हैं किंतु आपको यह आईडिया नहीं है कि कितने साल के लिए SIP की जाये, आप जब तक चाहें तब तक आपकी SIP चलती रहे। या फिर आप चाहते है कि आपकी SIP की प्रीमियम हर साल में कुछ निर्धारित राशि के साथ बड़ा दी जाये।

 या फिर आप चाहते है कि यदि आपके पास भविष्य में पैसो की समस्या हुई, तो आप अपनी SIP की प्रीमियम कम कैसे करायें ? आदि की जानकारी आपको Types of mutual fund SIP in hindi के माध्यम से मिल जायेगी।

 यदि आप SIP के Types जानते हैं तो इससे आपको अपने SIP mutual fund को अपने अनुसार चलाने में आसानी होगी।

जानते हैं SIP के उन Types के बारे में जिनकी जानकारी होने के कारण, आप बड़े अच्छे ढंग से अपने SIP निवेश को मैनेज कर सकते हैं –

1. Types of mutual fund SIP in hindi – Regular SIP

यदि आप SIP कराते वक्त SIP फार्म पर regular SIP को सलेक्ट करते है। तब अपने जितने समय के लिए SIP ली है, उतने समय तक के लिए आपके सेविंग अकाउंट से SIP की प्रीमियम कटती रहेगी। आपने महीने में एक बार, तीन महीने में एक बार, या फिर 6 महीने में एक बार जो समय सारिणी चुनी है उसके अनुसार एक निश्चित धन राशि आपके सेविंग अकाउंट से कट कर आपकी SIP में जमा होती जायेगी।

 2. Types of mutual fund SIP in hindi  –  flexible SIP

Flexible SIP प्लान यानि एक ऐसा SIP प्लान जिसे आप अपने अनुसार चला सकते है।

मान लेते हैं कि अभी आप 2000 रुपये महीने का SIP भरते हैं और आपको लगता है अभी आपके पास अधिक पैसा बचने लगा और आप अपनी SIP प्रीमियम बढ़ा सकते है। या फिर आपके पास अचानक से पैसो की समस्या होने लगी है और आपको अभी 2000  रुपये महीने का SIP में जमा करना भारी पड़ रहा है। तब ऐसे में आप flexible SIP प्लान के अनुसार SIP की प्रीमियम कम या ज्यादा कर सकते है। इसके लिए आपको कम से कम एक सप्ताह पहले कंपनी को बताना होता है कि आपकी SIP प्रीमियम कितनी काटी जाये।

एक बार आपने अपडेट करा दिया है कि आपकी SIP प्रीमियम कितनी काटी जाये, तब आपके द्वारा अगली बार बताने के पहले तक यही धन राशि आपके एसआपकी प्रीमियम के लिए कटती रहेगी।

3. Types of mutual fund SIP in hindi  – Topup SIP

मान लेते है कि हर महीने 2000 रुपये की SIP की प्रीमियम आपके सेविंग अकाउंट से कटती है और आप चाहते हैं कि हर एक साल बाद यानि की हर 13 वे महीने में आपकी SIP प्रीमियम 500 रुपये अधिक जमा होने लगे।

यदि आप इस तरह की SIP चाहते हैं कि एक निश्चित समय सीमा के  बाद आपकी SIP की प्रीमियम एक निश्चित amount के साथ बड़ती जाये, तब आपको  Topup SIP प्लान चुनना होगा।

4. Types of mutual fund SIP in hindi  – trigger SIP

मान लेते है कि आपने एसबीआई बैंक में SIP mutual fund कराया है और एक दम एसबीआई के शेयर बड़ने लगे और जिस कारण आपके एसबीआई में जमा SIP mutual fund के पैसो की भी कीमत बड़ जाती है। आप मार्केट के बारे में अच्छी जानकारी रखते है और आपको अपने अनुभव व जानकारी के आधार पर लगता है कि एसबीआई mutual fund की कीमत एक निश्चित मार्जिन के आस पास तक बढ़ेगी और फिर कम होने लगेगी।

आपके अनुसार जो एसबीआई मुच्यूल  फंड की कीमत अधिकतम मार्जिन तक बड़ेगी, वहाँ पर आप trigger के रूप में सेट कर देते हैं कि यदि एसबीआई mutual fund  की कीमत इस मार्जिन तक आई, तो आपकी SIP पोलिसी बंद कर आपका पैसा आपके खाते में जमा  कर दिया जाये।

Trigger SIP का मतलब होता है कि आपने जिस भी कंपनी के mutual fund शेयर खरीदें उनमें कोई बड़ा फेरबदल होने के साथ ही आप अपनी SIP निवेश में परिवर्तन चाहते हैं। यह परिवर्तन SIP बंद करना, प्रीमियम कम करना या बढ़ाना, आदि हो सकता है।

Trigger SIP प्लान उन्ही लोगो के लिए बेस्ट है जो मार्केट की जानकारी रखते हैं।

5. Types of mutual fund SIP in hindi  – perpetual SIP

यदि आप SIP कराते वक्त application form पर समय अवधि (tenure) नहीं लिखते हैं कि आपको अपनी SIP कब तक चलानी है, तब ऐसे में आपको perpetual SIP प्लान सलेक्ट करना होता है। perpetual SIP प्लान के नियम के अनुसार जब तब आप कंपनी को SIP रोकने के लिए नहीं कहेगें तब तक आपकी SIP चलती रहेगी। इस प्लान के अनुसार आप जब चाहे तब अपनी SIP पोलिसी redeem भी कर सकते हैं।

जिनको यह idea नहीं होता है कि SIP पोलिसी कब तक चलानी है, उनके लिए perpetual SIP प्लान सबसे बेस्ट रहता है, वे जितने समय के लिए जाये उतने समय के लिए पोलिसी चला सकते हैं और जब चाहें तब उसे redeem कर सकते है।

6. Types of mutual fund SIP in hindi  – Insurance SIP

Insurance SIP में आप अपने SIP का Insurance कराते हैं। वैसे तो यह SIP का Types नहीं है, यह एक तरह से add-on policy जैसा है। चॅूकि Insurance SIP एक add-on policy की तरह है इसलिए यदि आप अपनी SIP के साथ Insurance SIP एड ऑन में लेते हैं, तो आपकी SIP की प्रीमियम बढ़ जाती है।

 Insurance SIP में आपको शुरूआत से ही अपनी SIP वेल्यू का 10 घुना तक कवर मिलता है और फिर वक्त के साथ यह बढ़ता जाता है।

कम सैलरी में पैसा कैसे सेव करें 5 बेस्ट सेविंग टिप्स हिंदी में

आपको SIP निवेश से संबंधित हमारी यह पोस्ट Types of mutual fund SIP in hindi जानकारी पूर्ण लगी है तो इसे अपने मित्रो के साथ शेयर करें।

निवेश से संबंधित अन्य किसी जानकारी के लिए हमें कमेंट में लिखकर अपने प्रश्न पूछे, हम आपके सवालो के जवाब अवश्य देगें।

हमारे ब्लॉग पर पोस्ट की गई निवेश व फाइनेंस से संबंधित पोस्ट का तुरंत notification पाने के लिए हमारे ब्लॉग को subscribe अवश्य करें।

Leave a Reply