secure and unsecure loan मे अंतर कौन कौन से होते हैं, जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़े। बैंक जितने भी प्रकार के लोन देता है, वे सभी मुख्यतः दो प्रकार के लोन में आते है, secure and unsecure लोन। secure लोन यानि कि सुरक्षित लोन और unsecure लोन यानि असुरक्षित लोन। आप बैंक या NBFC से कोई लोन लेते हैं वह secure लोन होगा या फिर unsecure लोन ।
लोन की रकम, अवधि, व्याज दर आदि के आधार पर secure and unsecure loan में अंतर क्या क्या है –
1. secure and unsecure लोन में कौन कौन से लोन आते है।
Table of Contents
secure लोन में होम लोन (जिसमें घर खरीदने के लिए लोन, घर के लिए प्लोट खरीदने के लिए लोन, घर की मरमम्त कराने के लिए लोन) कार लोन, बाइक लोन, गोल्ड लोन, मोर्गेज लोन (घर या दुकान को गिरवी रखकर व्यापार के लिए लोन)। कमर्शियल व्हीकल लोन, ट्रक लोडिंग, ऑटो आदि वाहन खरीदने के लिए जिनसे आप व्यापार कर सके, खेती के लिए ट्रक्टर लोन, व्यापार के लिए कोई मशीन आदि के लिए लोन, प्रोजेक्ट लोन आदि लोन secure लोन के अंतर्गत आते है।
वहीं unsecure लोन में पर्सनल लोन, बिजनेस लोन, क्रेडिट कार्ड आदि लोन आते हैं।
2. secure and unsecure loan मे अंतर जोखिम के आधार पर
secure लोन यानि कि सुरक्षित लोन, secure लोन देने में बैंक सुरक्षित रहता है। यदि कोई कस्टमर अपने secure लोन का पूर्ण भुगतान नहीं करता है, तो बैंक को इससे नुकसान नहीं होता है। secure लोन बैंक कस्टमर को घर लेने, घर बनाने, गाड़ी खरीदने, गोल्ड पर, घर पर व गाड़ी आदि पर देता है। जब कस्टमर इन लोन का भुगतान नहीं करता है, तो कस्टमर ने जिस भी प्रोपर्टी पर बैंक से लोन लिया है, बैंक उस प्रोपर्टी को अपने अधीन कर लेता है।
जब तक कस्टमर का किसी प्रोपर्टी पर secure लोन चल रहा है, तब तक उसकी प्रोपर्टी का मालिक बैंक ही रहता है, क्योंकि यदि कस्टमर ने लोन का पूर्ण भुगतान नहीं किया तो प्रोपर्टी बैंक की हो जाती है। उदाहरण के तौर पर यदि किसी ने बैंक से होम लोन लिया है, तो बैंक उसके घर की रजिस्ट्री के ऑर्जिनल दस्तावेज अपने पास रख लेता है और जब तक लोन का पूर्ण भुगतान नहीं होता है, तब तक बैंक ही घर का मालिक माना जाता है।
होम लोन लेने से पहले किन महत्वपूर्ण बातो का ध्यान रखना चाहिए, जानने के लिए लिंक को फॉलो करें।
बैंक के लिए secure लोन unsecure लोन की तुलना में जोखिम भरा नही होता है।
बैंक कभी भी किसी कस्टमर को उसकी प्रोपर्टी की कीमत से अधिक secure लोन नहीं देता है। इसलिए यदि कोई secure लोन नहीं भर पाता है, तो बैंक उसके लोन की रकम से अधिक कीमत की उसकी प्रोपर्टी का मालिक बन जाता है। जिस कारण बैंक को secure लोन देना जोखिम भरा नहीं होता है। कस्टमर के द्वारा secure लोन का भुगतान न कर पाने के बाद भी बैंक को कोई नुकसान नहीं होता है।
जैसा कि unsecure loan ( असुरक्षित लोन) नाम से ही पता चलता है कि इस लोन की कोई भी सुरक्षा नहीं है। बैंक यह लोन देते समय सुरक्षा के तौर पर घर, गाड़ी, गोल्ड आदि नहीं लेती है, केवल कस्टमर की प्रोफाइल व पुराने रिकॉर्ड के आधार पर उसे unsecure लोन प्रदान किया जाता है। पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड ये दोनो unsecure लोन के अंतर्गत आते है।
पर्सनल लोन व क्रेडिट कार्ड के रूप में unsecure लोन देना बैंक के लिए अधिक जोखिम होता है। यदि कोई कस्टमर unsecure लोन का भुगतान नहीं करता है, तो उससे अपने अपनी रकम निकालने के लिए बैंक को बहुत परेशान होना पड़ता है। unsecure लोन में बैंक कस्टमर की लोन न चुकता कर पाने के आधार पर कोई प्रोपर्टी अपने अधीन करने का हकदार नहीं होता है।
अधिकतर लोग unsecure लोन न चुकता कर पाने पर ही, बैंक का पैसा खा सकते है। कस्टमर के द्वारा unsecure लोन का भुगतान न कर पाने पर बैंक का नुकसान होता है, इसलिए यह लोन देना बैंक के लिए अधिक जोखिम भरा होता है।
जोखिम के आधार पर secure and unsecure loan में अंतर स्पष्ट है कि unsecure लोन बैंक के लिए अधिक जोखिम भरा होता है।
3. secure and unsecure loan में अंतर व्याज दर के आधार पर
secure लोन पर व्याज दर कम लगता है क्योंकि यह लोन देना बैंक के लिए जोखिम भरा नहीं होता है। यदि हम एक औसत के आधार पर बात करें तो होम लोन कस्टमर को 7 से 8 % के व्याज दर पर मिल जाता है।
चूँकि unsecure लोन बैंक के लिए अधिक जोखिम भरा होता है इसलिए secure लोन की तुलना में अधिकतर unsecure लोन की व्यार दर अधिक होती है। अधिकतर unsecure लोन की व्याज दर औसत 15 से 18 % के आस पास रहती है। बहुत ही कम लोगो को जिनके सिबिल स्कोर व अन्य रिकॉर्ड बहुत ही बढ़िया हैं, उन्हे 11 से 13 % व्याज दर पर्सनल लोन मिल जाता है।
व्याज दर के आधार पर secure and unsecure loan में अंतर यह है कि secure लोन की व्याज दर unsecure की तुलना मे कम होती है।
sbi home loan व्याज दर जानने के लिए लिंक को फॉलो करे
4. secure and unsecure loan में अंतर लोन रकम के आधार पर
unsecure लोन की रकम कम होती है, यह औसत 3 से 5 लाख तक होती है। अधिक सैलरी व अच्छे फाइनेंस रिकॉर्ड रखने वालो के लिए यह 10 लाख के आस पास तक, या उस से अधिक भी हो सकती है। किंतु औसत यह रकम कम ही होती है।
वहीं secure लोन की रकम अधिक होती है, यह रकम औसम 20 से 30 लाख रुपये होती है। शहर मे घर बनाने के लिए आज के समय मे 20 से 30 लाख रुपये लग जाते हैं, इसलिए होम लोन औसत 20 से 30 लाख तक का होता है। कस्टमर की प्रोफाइल व जरूरत के अनुसार है secure लोन करोड़ो में भी होता है।
रकम के आधार पर secure and unsecure loan में अंतर यह है कि secure लोन की रकम unsecure की तुलना में अधिक मिलती है।
5. secure and unsecure loan में अंतर लोन अवधि के आधार पर
लोन की अवधि के आधार पर secure and unsecure loan में अंतर क्या है यह भी समझ लेते हैं ।
unsecure लोन अधिकतर 3 से 5 साल तक के लिए होता है, चूँकि इसमे लोन रकम कम होती है, इसलिए यह कम समय के लिए होता है।
secure लोन की अवधि लंबी होती है, एक होम लोन 15 से लेकर 25 साल तक आराम से जाता है। चूँकि होम लोन की रकम अधिक होती है, इसलिए इसकी अवधि भी लंबी चलती है।
लोन की अवधि के आधार पर secure and unsecure loan में अंतर यह है कि secure लोन की अवधि unsecure की तुलना में अधिक मिलती है।
यदि आपको secure and unsecure loan में अंतर समझ आया हो, तो इसे अपने मित्रो, रिस्तेदारो को अवश्य बतायें ताकि वे अपने लिए सही लोन का चुनाव कर सके।
यदि आप secure and unsecure loan में अंतर के संबंध में हमसे अपने अन्य सवालो के जवाब जानना चाहते हैं, तो कमेंट बॉक्स में आप हमसे अपने सवाल पूछ सकते हैं। हम आपके सवलो के जवाब अवश्य ही देना का प्रयत्न करेगें।
sales and finance से संबंधित हमारी अन्य पोस्टो की जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग को सब्सक्राइब अवश्य करें।