यदि आप ऑनलाइन खरीदारी करते हैं या फिर किसी भी तरह ऑनलाइन पैसो का लेन देन करते हैं, तो इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढें ताकि आपको online fraud से बचने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके।
जहाँ एक ओर ऑनलाइन लेन देन लोगो की जिंदगी आसान बना रहा है, वहीं ऑनलाइन लेन देन में होने वाले online fraud लोगों के लिए सिरदर्द बन रहा है ।
पैसो के ऑनलाइन लेन देन ने दुनिया के व्यापार को बड़ी तेजी से बढ़ाया है, सरकारें भी डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दे रही है। किंतु ऑनलाइन पैसो का लेन देन में यदि सुरक्षा न वर्ती जाये तो इससे आपके साथ धोखा भी हो सकता है। साइबर विभाग के अनुसार हर महीने 10 हजार से अधिक लोगो के साथ online fraud होने की शिकायत मिल रही है।
ऐसे में online fraud से बचने के लिए इन 7 खास बातो का विशेष ध्यान रखना अतिआवश्य है जिन्हे हम आपके साथ शेयर कर रहे हैं।
1. आप जब भी बैंक की साइट खोले या फिर किसी शॉपिंग साइट तो url की जांच अवश्य कर लें
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online fraud से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि जब भी आप किसी बैंक की साइट खाले या फिर अन्य शॉपिंग साइट जिस पर आप अपने कार्ड, नेटबैंकिंग या अन्य मोड से पेमेंट करने वाले हैं, उन साइटो के url की अवश्य जांच करें।
सबसे पहले तो आप यह जांच करें कि आप जिस साइट पर आयें हैं उसका सही url हो, उसी जैसे नाम से कोई अन्य फेक वेबसाइट न हों और दूसरा कि वह साइट सुरक्षित हो। सुरक्षित साइट के लिए आप देखेंकि url lock होगा, यदि url lock है तो मतलब की पेमेंट करने के लिए साइट सुरक्षित है। url lock के अलावा आप यह भी जांच सकते हैं कि साइट में केवल http न हो, बल्कि https तक हो।
online fraud से बचने के लिए आवश्यक है कि आप सही और सुरक्षित साइट से पैसो का लेन देन करें।
2. किसी भी साइट पर अपने कार्ड की डिटेल सेव न करें
अक्सर लोग थोड़ा सा कष्ट उठाने से बचने के लिए, उन साइटो पर अपने कार्ड की डिटेल सेव कर देते हैं, जहाँ से वे अक्सर खरीदारी करते हैं। बार बार पेमेंट करने के लिए लोग ऑनलाइन शॉपिंग साइटो पर अपने डेविट व क्रेडिट कार्ड की डिटेल सेव कर देते हैं ताकि वे बार बार कार्ड की डिटेल डालने से बच सके।
आप ऐसा बिल्कुल भी न करें, यदि आप ऐसा करते हैं तो आप कार्ड की डिटेल दोबारा डालने से तो बच सकते हैं किंतु यदि आपके साथ इन सब से कोई online fraud हो गया, तो आपको बड़ा आर्थिक नुकसान हो सकता है।
online fraud से बचने के लिए आवश्यक है कि आप किसी भी शॉपिंग वेबसाइट पर अपने डेविट व क्रेडिट कार्ड की डिटेल सेव न करें।
3. वॉलेट मे आवश्यकता अनुसार ही पैसे एड करें
किसी भी शॉपिंग साइट पर जहाँ से आप अक्सर शॉपिंग करते हैं, के वॉलेट मे अधिक पैसे एड न करें। अपनी आवश्यकता अनुसार ही आप इन साइट के वॉलेट मे पैसे रखे या फिर न भी रखें तो भी चलेगा। जब आप इन साइट पर शॉपिंग करते हैं, तो आप उसी समय अपने कार्ड आदि से पेमेंट कर सकते हैं, वॉलेट में एड करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
आप फोन पे, गूगल पे, अमेजन पे आदि का यदि अपने लेन देन के लिए अधिक प्रयोग करते हैं, तो आप इसमें आवश्यकता अनुसार ही पैसा रखें। ये सभी पेमेंट एप बढ़िया हैं लेकिन आपकी किसी गलति के कारण आप इन पर अपने पैसे खो सकते हैं। जैसे कि किसी ने आपको पेमेंट लिंक भेजी और आपने उसे स्वीकार कर यदि पासवर्ड डाल दिया तो आपके पैसे का नुकसान हो सकता है। इसलिए आप इनमे बहुत अधिक पैसा न रखें।
online fraud से बचने के लिए आवश्यक है कि आप किसी भी शॉपिंग साइट के वॉलेट में अधिक पैसा न रखें।
4. बिना आवश्यकता के अपनी व्यक्तिगत जानकारी शेयर न करें
बिना जरूरत के किसी भी वेबसाइट पर जाकर, सर्वे आदि के चक्कर में अपनी पर्सनल जानकारी न भरे।
यदि आपके पास कोई इमेल आता है और जो कि एकदम ऐसा लगता है कि आपके बैंक ने भेजा है और उस पर क्लिक कर के आप अपनी पर्सनल जानकारी देते हैं, तो ऐसा बिल्कुल भी न करें। ऐसे इमेल फ्रॉड हो सकते हैं, आप अच्छे से चैक करे कि इमेल कहाँ से आया था। इमेल आदि के माध्यम से किसी अपडेट के लिए बैंक आपसे आपकी पर्सनल जानकारी मांगता है तो आप बैंक को कॉल कर या फिर बैंक जाकर इसके बारे मे पता कर सकते है। यदि बैंक वाकई आपसे कोई अपडेट मांगता है तो आप बैंक में जाकर ही अपडेट करें।
एक बात का और ध्यान रखें कि बैंक के पास पहले से ही आपकी सभी जानकारी मौजूद रहती है। इसलिए बैंक आपसे इमेल आदि के माध्यम से आपकी जन्म तिथि, आपका पता, पिनकोड आदि आपसे नहीं मांगेगा।
यदि आप क्रेडिट कार्ड उपयोग करते हैं और आपके पास कॉल आये कि आपके कार्ड की लिमिट बढ़ाई जा रही है, उसके लिए आपके नंबर पर आये ओटीपी को बतायें, तो आप सर्तक हो जाये, और जांच करें कि कॉल फ्रॉड तो नहीं है। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि बैंक आपके कार्ड की लिमिट बढ़ाने के लिए, आपसे वेरिफाइड करने के लिए आपकी अन्य जानकारी पूछ सकती है।
क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के लिए ओटीपी की आवश्यकता नहीं होती है।
यदि आपके पास क्रेडिट कार्ड है और आप उसकी लिमिट बढ़ाना चाहते हैं, तो नीचे दी गई लिंक को फॉलो करें।
Credit card limit कैसे बढ़ायें, जाने 7 जबरदस्त तरीके
online fraud से बचने के लिए आवश्यक है कि आप बिना अतिआवश्यक होने पर किसी भी वेबसाइट या अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्म पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी शेयर न करें।
5. online fraud से बचने के लिए हर महीने अपने पासवर्ड आदि बदलते रहें
अपनी नेटबैंकिंग व transaction पासवर्ड को हर महीने बदलते रहें। यदि आप बैंक के मोबाइल एप या पैसे का लेने देन के लिए फोन पे आदि भी चलाते हैं, तो उनके भी पासवर्ड एक समय के अंतराल पर बदलते रहें।
कभी भी अपनी जन्म तारीख, या अपने बच्चो की जन्म तारीख, अपना या अपनो के नाम, अपने किसी फेवरेट सुपरस्टार के नाम आदि को पासवर्ड न बनायें।
अपने पासवर्ड को हमेशा कठिन बनाये और एक ऐसा पासवर्ड बनाये जिसे कोई समझ न सके। पासवर्ड को 8 से अधिक अक्षरो का बनाये और उसमें नंबर, लैटर, व स्पेशल करैक्टर का भी उपयोग करें।
online fraud से बचने के लिए आवश्यक है कि आप पेमेंट की लेन देन के लिए एक कठिन पासवर्ड चुनें व हर महीने अपना पासवर्ड बदलते रहें।
साथ में किसी भी ऑनलाइन प्लेटफार्म पर अपने बैंकिंग से संबंधित पासवर्ड सेव न करें।
कभी भी किसी के साथ भी अपने पासवर्ड आदि शेयर न करें। मोबाइल आदि पर भी अपने पासवर्ड न सेव करे, यदि आपको पासवर्ड आदि याद रखना मुश्किल होता है तो आप पासवर्ड को अपने वाटसअप के पर्सनल ग्रुप या नोटपेड आदि में सेव न करें।
6. वाई फाई वाले डेविड व क्रेडिट कार्ड की लिमिट कम करके रखें
आज कल डेविड कार्ड व क्रेडिट कार्ड वाई फाई से चलने वाले आ रहे हैं, जिनमे आप एक अधिकतम धन राशि का भुगतान बिना कार्ड का पिन डाले कर सकते हैं। इन वाई फाई वाले डेविड व क्रेडिट कार्ड में आप एक लिमिट सेट कर लेते हैं फिर आप एक दिन में उस लिमिट तक अपने डेविड व क्रेडिट कार्ड से उस लिमिट तक बिना अपने कार्ड का पिन डाले उसे स्वेप कर उससे पैसो का भुगतान कर सकते है। इसलिए online fraud से बचने के लिए अपने वाई फाई कार्डो की न्यूनतम वाई फाई लिमिट रखें या फिर इस लिमिट को जीरो कर के रखें।
यदि आपके वाई फाई वाले डेविट व क्रेडिट कार्ड चोरी हो जाते हैं, तो जितनी आपकी इन कार्डो की वाई फाई लिमिट उतने का आपको तुरंत नुकसान हो सकता है।
7. सप्ताह मे एक दो बार अपना बैंक बैलेंस व लेने देन की हिस्ट्री चैक करते रहे
आप हर सप्ताह में कम से कम एक दो बार अपना बैंक बैलेंस व लेने देन की हिस्ट्री अवश्क जांचते रहें, ताकि आप यह सुनिश्चित कर सके कि आपके खाते से सही लेन देन चल रहा है।
यदि आपको लगता है कि आपके खाते से कोई ऐसा लेन देन हुआ है जिसे आपने नहीं किया है, तो इसकी सूचना तुरंत ही बैंक को दे।
online fraud से बचने के लिए आप एक सप्ताह में एक दो बार अपने लेन देन की हिस्ट्री अवश्य चैक करते हैं।
यदि कोई fraud की आशंका लगती है, तो इसकी शिकायत पुलिस को अवश्य दें और यदि हो सके तो साइवर क्राइम में इसकी शिकायत दर्ज करायें।
कभी भी किसी के साथ अपने बैंक से आये OTP को शेयर न करें, बैंक आपसे कभी भी लेन देन के संबंध मे OTP नहीं मांगता है। मोबाइल कॉल आदि पर अपने बैंक से संबंधित जानकारी किसी को न बतायें। बैंक से आये मैसेज को तुरंत चैक किया करें और यदि कोई मैसेज शंका पूर्ण लगे तो उसकी जांच अवश्य करें। जब भी कोई कॉल आपको फ्रॉड लगे तो सतर्क हो जायें और इसकी शिकायत अपने बैंक से अवश्य करें।
यदि आपके साथ बैंक से संबंधित कोई फ्रॉड हुआ होता है, तो आप इसके बारे में तुरंत ही अपने बैंक को बताये। यदि किसी केस में आपको लगता है कि आपका बैंक आपके साथ कोई फ्रॉड कर रहा है तो आप इसकी शिकायत आरबीआई से कर सकते हैं। Complain to RBI आप दिये गये लिंक पर क्लिक कर आरबीआई को अपनी शिकायत कर सकते हैं।
आप online fraud से बचने के लिए पोस्ट में बताई इन बातो का अवश्य ध्यान रखें।
आपको हमारी यह पोस्ट online fraud से बचने के लिए किन बातो का ध्यान रखा जाये कैसे लगी, हमें कमेंट बॉक्स में अवश्य बतायें। साथ ही यदि online fraud से बचने के लिए आपके पास कोई सुझाव हो, तो उसे हमारे पाठको के साथ अवश्य शेयर करे।
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